शिक्षा और डिजिटल परिवर्तन: मालसी एक उज्जवल भविष्य की ओर
परिचय
शिक्षा और डिजिटल प्रौद्योगिकी आज के युग में समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। मालसी के वार्ड
नं. 1 के पार्षद सुमेंद्र सिंह बोहरा ने इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभाई है। उनका उद्देश्य हर बच्चे को
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और युवाओं को डिजिटल युग के साथ जोड़ना है। उनके प्रयासों से शिक्षा और
डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में मालसी तेजी से प्रगति कर रहा है।
शिक्षा और डिजिटल परिवर्तन : विद्यालयों का विकास और सुधार
सुमेंद्र सिंह बोहरा ने मालसी में शिक्षा और डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं।
- स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना: सरकारी और निजी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम की शुरुआत की गई
है, जहां डिजिटल उपकरणों और ई-लर्निंग सामग्री का उपयोग किया जाता है। - छात्रवृत्ति कार्यक्रम: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था की गई है,
जिससे उनकी पढ़ाई में कोई बाधा न आए। - लाइब्रेरी और खेल मैदान का विकास: छात्रों की समग्र शिक्षा के लिए नई लाइब्रेरी और खेल के
मैदान बनाए गए हैं। - इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार: स्कूलों की इमारतों का नवीनीकरण, शौचालयों की व्यवस्था और पीने के पानी
की सुविधा को प्राथमिकता दी गई है।
डिजिटल साक्षरता और तकनीकी विकास
डिजिटल युग में शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान का होना अनिवार्य है। इसे ध्यान में रखते हुए सुमेंद्र सिंह बोहरा ने मालसी में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास किए हैं।
- वाई-फाई जोन: वार्ड में सार्वजनिक स्थलों जैसे पार्क और सामुदायिक केंद्रों पर मुफ्त वाई-फाई जोन
की शुरुआत की गई है। - कंप्यूटर लैब्स: सरकारी स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में आधुनिक कंप्यूटर लैब्स स्थापित किए गए हैं,
जहां बच्चों को कंप्यूटर का प्रशिक्षण दिया जाता है। - डिजिटल कार्यशालाएं: महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम चलाए जा
रहे हैं, जिनमें ऑनलाइन सेवाओं और उपकरणों के उपयोग की जानकारी दी जाती है। - ऑनलाइन शिक्षा: कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं का प्रबंधन कर यह सुनिश्चित
किया गया कि छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो।
परिणाम और प्रभाव
श्री बोहरा के प्रयासों के कारण मालसी में शिक्षा और डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय बदलाव हुए हैं:
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार: स्मार्ट क्लासरूम और उन्नत सुविधाओं से छात्रों की शिक्षा के स्तर में
सुधार हुआ है।
युवाओं के लिए अवसर: डिजिटल कौशल के विकास से युवाओं को बेहतर रोजगार और स्वरोजगार
के अवसर मिल रहे हैं।
सामाजिक समृद्धि: तकनीकी ज्ञान और डिजिटल साक्षरता के कारण समाज में जागरूकता और
प्रगति आई है।
महिलाओं की भागीदारी: महिलाओं को डिजिटल उपकरणों का ज्ञान देकर उन्हें सशक्त बनाया गया
है।
निष्कर्ष
शिक्षा और डिजिटल परिवर्तन मालसी के समग्र विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। सुमेंद्र सिंह बोहरा की दूरदर्शी सोच और अथक प्रयासों ने न केवल वार्ड नं. 1 को शिक्षा और तकनीकी रूप से सशक्त
बनाया है, बल्कि अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक मिसाल पेश की है।
“ज्ञान और तकनीक के संगम से मालसी में उज्जवल भविष्य की नींव रखी जा रही है।”
आपकी राय और सुझाव का स्वागत है! इसे साझा करें और मालसी के विकास में सहभागी बनें।
हमसे जुड़े
फेसबुक – Sumendra Singh Bohra
इंस्टाग्राम – सुमेंद्र सिंह बोहरा
अधिक जानकारी के लिए यहाँ click करे